ग्रीन हाउस प्रभाव (Green House Effect) क्या है? समझाइए !
ग्रीन हाउस प्रभाव (Green House Effect)
वायु प्रदूषण के कारण जब कार्बन डाइआक्साइड नाइट्रस आक्साइड, कार्बन डाइआक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड आदि गैसें अधिक मात्रा में वायुमंडल में पहुंचती हैं तो ये पृथ्वी के ऊपर एक परत का निर्माण कर लेती है।
इन गैसों से निर्मित ये परत पृथ्वी से परावर्तित होकर लौटने वाली विकिरण को पृथ्वी के वायुमंडल में रोक रखती हैं जिसके कारण वातावरण के तापमान में वृद्धि होती है, इसी तापमान में हुए वृद्धि को 'ग्रीन हाउस प्रभाव' और इसके लिए उत्तरदायी गैसों को ग्रीन हाउस गैस कहते हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार विगत 60 वर्षों में वायुमंडल के औसत तापमान में एक से डेढ़ डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। अब यदि 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान और बढ़ता है तो धु्रवीय प्रदेशों के बर्फ पिघल जाएंगे जिसके परिणामस्वरूप समुद्र तटीय नगरों और द्वीपीय देशों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।
Labels: पर्यावरण अध्ययन


<< Home