शैशवावस्था
शैशवावस्था
| शैशवावस्था |
- जन्म से लेकर 6 वर्ष की आयु होती है - शैशवावस्था
- समाजीकरण की प्रक्रिया के प्रारम्भ होने की अवस्था है -शैशवावस्था
- थार्नडाइक के विचार है - 3 से 6 वर्ष तक बच्च अर्द्ध - स्वप्नों में रहता है
- एक नवजात शिशु का कद होता है - लगभग 51 सेमी या 20 इंच
- एक नवजात शिशु का भार होता है - 6 से 8 पाउंड
- शैशवास्था को सीखने का आदर्शकाल कहा है - वेलेन्टाइन
- सबसे तेज शारीरिक विकास होता है - शैशवास्था
- विकास की प्रक्रिया होती है - गर्भावस्था से लेकर जीवनपर्यन्त तक
- शैशवावस्था में वृद्धि - तीव्र होती है
- जन्म से किशोरावस्था तक की गतिविधियों को - बालमनोविज्ञान कहते हैं
- व्यक्तित्व विकास की नीव पड़ती है - शैशवावस्था में
- शैशवावस्था में चार संवेग होते हैं - भय, क्रोध, प्रेम, पीड़ा
- "शैशवावस्था द्वारा जीवन का पूरा क्रम निश्चित होता है" कथन है - एडलर का
- "मनुष्य को जो कुछ बनना होता है प्रारम्भ के चार पांच वर्षाें में पता चल जाता है" कथन है - सिगमड फ्रायड
- शैशवावस्था को बालक का कहा जाता है - निर्माण काल
- दूध के दांत होते है - 20
- नवजात शिशु में हड्डियों की संख्या लगभग होती है - 270
- कौन सी अवस्था में दोहराने की प्रवृत्ति तीव्र होती है - शैशवावस्था में
- फ्रायड के अनुसार लड़कियों में कौन सी ग्रन्थि पायी जाती है - इलेक्ट्रा ग्रन्थि
- फ्रायड के अनुसार लड़कों में कौनसी ग्रन्थि पायी जाती है - ओडिपस ग्रन्थि
- कितने वर्ष में सभी दूध के दांत निकल आते है - एक वर्ष में
- स्वप्रेम की भावना का विकास होता है - शैशवावस्था
- जन्म के समय शिशु की धड़कन रहती है - अनियमित
- हड्डियों में कौन से तत्व पाये जाते हैं - कैल्शियम, फास्फोरस और खनिज तत्व
- कितने वर्ष का बच्चा सार्थक शब्दों को प्रयोग करने लगता है - 3 वर्ष
- बालक के विकास की प्रक्रिया एवं विकास की शुरूआत होती है - गर्भावस्था से
- विकास की प्रक्रिया चलती है - जीवनपर्यन्त
- जन्म के समय बालक, बालिका से लगभग - 1/2 सेमी लम्बा होता है
- किस अवस्था में दांत बनना शुरू होते हैं - जन्म से पूर्व
- शैशवावस्था का नियत समय है - जन्म से 6 वर्ष तक
- स्वकेन्द्रित अवस्था होती है - शैशवावस्था
- शिक्षा की किण्डरगार्टन पद्धति का प्रतिपादन किया था - फ्रोबेल ने
- भूख और प्यास है - जन्मजात प्रेरक
- बालक की प्रथम पाठशाला है -परिवार
- गर्भ में बालक का विकसित होने में दिन लगते हैं - 280 दिन
- वर्तमान में बच्चों की निःशुल्क शिक्षा के लिए कहा गया है - समावेशी शिक्षा
- डाल्टन प्रणाली के जन्मदाता हैं - मिस हेलेन पार्कहस्र्ट
- वंशानुक्रम में आनुवांशिक लक्षण आते है - 1/2 पिता पक्षा तथा 1/2 माता पक्ष
- शैशवावस्था की प्रमुख मनोवैज्ञानिक विशेषता है - मूल प्रवृत्यात्मक व्यवहार
- कैलीकाक परिवार का अध्ययन किसने किया है - गोडार्ड ने
- मूर्त संक्रियात्मक अवस्था का काल होता है - 7 से 11 वर्ष
- मनोवैज्ञानिकों के अनुसार छोटे बच्चों को किस आयु में स्कूल भेजना चाहिए - 5 वर्ष
- सामान्य बालक किस आयु में ध्वनि उच्चारण शुरू करते है -9 से 15 माह के मध्य
- जन्म के समय शिशु के मस्तिष्क का भार होता है - 500 ग्राम
- जन्म में समय बच्चे का संवेगात्मक विकास होता है - उत्तेजनापूर्ण
Labels: Bal Manovigyan

<< Home