स्मृति, विस्मृति
स्मृति
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| स्मृति, विस्मृति |
"पूर्व समय में सीखी हुई बातों को याद रखना ही स्मृति है।" कथन है - वुडवर्थ
"स्मृति से तात्पर्य अतीत की घटनाओं की कल्पना करना और इस तथ्य को पहचान लेना कि ये अतीत के अनुभव है" - मैकडूगल
- संवदी स्मृति (sensory memory) होती है - 4 सेकेण्ड तक
- अल्पकालीन स्मृति(short term memory) कितनी अवधि की होती है - 20 सेकेण्ड तक
- स्मृति की सर्वश्रेष्ठ प्रणाली कौन सी है - पहचानना
स्मृति के प्रकार
- व्यक्तिगत स्मृति
- अव्यक्तिगत स्मृति
- तात्कालिक स्मृति
- स्थायी स्मृति
- सक्रिय स्मृति
- निष्क्रिय स्मृति
- रटंत स्मृति
- तार्किक स्मृति
- सच्ची अथवा शुद्ध स्मृति
- आदत स्मृति
- मनोवैज्ञानिक स्मृति
- शारीरिक स्मृति
- इन्द्रिय अनुभव स्मृति
स्मृति के आधार अथवा अंग
स्मृति के चार अंग हैं-
- सीखना
- धारण करना
- पुनः स्मरण करना
- पहचान करना
- स्मृति का अंग नहीं है - चिन्तन
- अच्छी स्मृति की विशेषता है - शीघ्र अधिगम, शीघ्र स्मरण, शीघ्र पहचान, अनावश्यक बातों की विस्मृति
- वास्तविक स्मृति में याद किया जाता है - क्रमबद्ध रुप से
- पुनः स्मृति में बाधा उत्पन्न करती है - भय , चिन्ता , परेशानी
- सीखी हुई कोई भी क्रिया मस्तिष्क में जब अंकित हो जाती है तो उसे कहते है - स्मृति चिन्ह
- अच्छी स्मृति की सबसे प्रमुख विशेषता है - शीघ्र याद होना
- संघनन सिद्धान्त संबंधित है - स्मृति
विस्मृति
भूतकाल के किसी अनुभव को वर्तमान चेतना में लाने की असफलता को विस्मृति कहते हैं।
- विस्मृति दो प्रकार की होती है - सक्रिय विस्मृति, निष्क्रिय विस्मृति
- जब व्यक्ति किसी बात को भूलने का प्रयत्न करके उसे भुला देता है तो उसे कहते है - सक्रिय विस्मृति
- सीखी हुई वस्तु को धारण और पुनः स्मरण करने में असफल होना ही - विस्मृति कहलाती है
- विस्मृति के कारण है- मानसिक द्वन्द्व, अनाभ्यास का सिद्धान्त, मानसिक आघात, दमन सिद्धान्त
- जब व्यक्ति प्रयास न करने पर भी किसी बात को स्वयं भूल जाता है तो उसे - निष्क्रिय विस्मृति कहते हैं
विस्मृति के कारण
- बाधा
- दमन
- अनाभ्यास
- समय का प्रभाव
- रुचि
- ध्यान या इच्छा का अभाव
- विषय का स्वरुप
- विषय की मात्रा
- सीखने में कमी
- सीखने की दोषपूर्णविधि
- मानसिक आघात
- मानसिक द्वन्द्व
- मानसिक रोग
- मादक वस्तुओं का प्रयोग
- स्मरण न करने की इच्छा
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